Section 170 of IPC : धारा 170: लोक सेवक का प्रतिरूपण करना
The Indian Penal Code 1860
Summary
यदि कोई व्यक्ति यह दिखावा करता है कि वह लोक सेवक है या किसी अन्य लोक सेवक का प्रतिरूपण करता है, और इस झूठी पहचान में कोई कार्य करता है या करने का प्रयास करता है, तो उसे दो वर्ष तक की जेल या जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
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Explanation using Example
उदाहरण 1:
रवि, जो मुंबई का निवासी है, पुलिस की वर्दी पहनकर सड़क पर गाड़ियों को रोकता है, यह दिखावा करता है कि वह ट्रैफिक पुलिस अधिकारी है। वह चालकों से कथित ट्रैफिक उल्लंघनों के लिए जुर्माना मांगता है। रवि जानता है कि वह पुलिस अधिकारी नहीं है और उसे जुर्माना वसूलने का कोई अधिकार नहीं है। एक लोक सेवक का प्रतिरूपण करके और इस झूठी पहचान के तहत कार्य करते हुए, रवि भारतीय दंड संहिता की धारा 170 के तहत अपराध कर रहा है।
उदाहरण 2:
सुनीता, जो दिल्ली में रहती है, एक सरकारी कार्यालय में जाती है और यह दावा करती है कि वह आयकर अधिकारी है। वह एक व्यवसायी से कहती है कि उसकी कर फाइलिंग गलत है और उसे "समाधान" करने के लिए रिश्वत की मांग करती है। सुनीता जानती है कि वह आयकर अधिकारी नहीं है और उसे ऐसी मांग करने का कोई अधिकार नहीं है। एक लोक सेवक का झूठा प्रतिरूपण करके और इस धारण की गई पहचान के तहत कार्य करने का प्रयास करते हुए, सुनीता भारतीय दंड संहिता की धारा 170 का उल्लंघन कर रही है।