Section 45 of SMA : धारा 45: गलत घोषणा या प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए दंड

The Special Marriage Act 1954

Summary

यदि कोई व्यक्ति इस अधिनियम के लिए घोषणा या प्रमाणपत्र बनाता, हस्ताक्षर करता या प्रमाणित करता है और उसमें कोई गलत जानकारी शामिल करता है, जो वह जानता या मानता है कि गलत है, तो वह अपराध कर रहा है। यह अपराध भारतीय दंड संहिता की धारा 199 में वर्णित है।

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Explanation using Example

कल्पना कीजिए एक जोड़ा, राहुल और प्रिया, जो 1954 के विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत विवाह करने की योजना बना रहे हैं। उन्हें विवाह पंजीकरण प्रक्रिया के भाग के रूप में एक घोषणा पत्र जमा करना होगा। राहुल जानबूझकर अपने वैवाहिक स्थिति के बारे में गलत जानकारी घोषणा में शामिल करता है, यह दावा करते हुए कि वह अविवाहित है जबकि वह वास्तव में तलाकशुदा है। यह गलत बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि वैवाहिक स्थिति अधिनियम के तहत विवाह की वैधता को प्रभावित कर सकती है। यदि यह पता चलता है कि राहुल ने घोषणा पत्र पर जानबूझकर गलत बयान दिया है, तो उसे भारतीय दंड संहिता की धारा 199 के तहत झूठे सबूत प्रदान करने के लिए आरोपित किया जा सकता है, जैसा कि 1954 के विशेष विवाह अधिनियम की धारा 45 में संदर्भित है।