Section 67C of ITA, 2000 : धारा 67C: बिचौलियों द्वारा सूचना का संरक्षण और प्रतिधारण
The Information Technology Act 2000
Summary
इस धारा के अनुसार, बिचौलियों को कुछ सूचनाओं को संरक्षित और बनाए रखना होगा, जैसा कि केंद्रीय सरकार द्वारा निर्दिष्ट किया जाएगा। अगर बिचौलिया इन नियमों का जानबूझकर उल्लंघन करता है, तो उसे तीन वर्ष तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।
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Explanation using Example
इसको बेहतर समझने के लिए एक काल्पनिक स्थिति पर विचार करें। मान लीजिए जॉन एक सोशल मीडिया मंच संचालित करता है, जो उसे आईटी अधिनियम के अनुसार एक 'बिचौलिया' बनाता है। केंद्रीय सरकार सभी ऐसे मंचों को उपयोगकर्ता डेटा को 2 वर्षों की अवधि तक बनाए रखने का निर्देश देती है। हालांकि, जॉन 6 महीने के बाद सभी उपयोगकर्ता डेटा को हटाने का निर्णय लेता है। यह कार्रवाई सरकार द्वारा जारी निर्देश का उल्लंघन करती है, इस प्रकार आईटी अधिनियम की धारा 67C का उल्लंघन करती है। परिणामस्वरूप, जॉन को तीन वर्ष तक की जेल और जुर्माना भरने का सामना करना पड़ सकता है।