Section 118 of BNS : धारा 118: खतरनाक हथियारों या साधनों द्वारा स्वेच्छा से चोट या गंभीर चोट पहुंचाना।

The Bharatiya Nyaya Sanhita 2023

Summary

सारांश

धारा 118 के तहत, यदि कोई व्यक्ति खतरनाक हथियारों या साधनों का उपयोग करके जानबूझकर किसी को चोट पहुंचाता है, तो उसे तीन साल तक की जेल या बीस हजार रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। यदि गंभीर चोट पहुंचाई जाती है, तो उसे आजीवन कारावास या एक से दस साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।

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Explanation using Example

उदाहरण 1:

रवि और सुरेश के बीच संपत्ति विवाद को लेकर गरमागरम बहस हो गई। गुस्से में आकर, रवि ने रसोई से एक चाकू उठाया और सुरेश की बांह में छुरा घोंप दिया। सुरेश को गहरी चोट आई लेकिन यह जानलेवा नहीं थी। भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा 118(1) के तहत, रवि ने खतरनाक हथियार (चाकू) का उपयोग करके स्वेच्छा से चोट पहुंचाई। रवि को तीन साल तक के कारावास, या बीस हजार रुपये तक के जुर्माने, या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

उदाहरण 2:

एक गांव के त्योहार के दौरान, अनिल और उसके दोस्तों ने अपने पड़ोसी, राजेश पर एक शरारत करने का फैसला किया। उन्होंने राजेश के पेय में थोड़ी मात्रा में एक संक्षारक पदार्थ मिला दिया, यह सोचकर कि यह केवल हल्की प्रतिक्रिया करेगा। हालांकि, राजेश को गंभीर आंतरिक चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा 118(2) के तहत, अनिल और उसके दोस्तों ने संक्षारक पदार्थ के माध्यम से स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाई। उन्हें आजीवन कारावास, या एक वर्ष से कम नहीं लेकिन दस वर्ष तक के कारावास, और जुर्माने के लिए भी उत्तरदायी हो सकते हैं।