Section 5 of DMMA : धारा 5: दहेज के अधिकार प्रभावित नहीं होंगे
The Dissolution Of Muslim Marriages Act 1939
Summary
यह धारा बताती है कि मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम, 1939 के होते हुए भी, यह किसी भी मुस्लिम विवाहित महिला के दहेज (मह्र) के अधिकार को प्रभावित नहीं करती है। विवाह के समाप्ति पर महिला अपने दहेज के लिए दावा कर सकती है।
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Explanation using Example
कल्पना करें कि एक मुस्लिम महिला जिसका नाम आयशा है, वह अपने पति से मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम, 1939 के तहत तलाक चाहती है। उसके विवाह के विघटन के बावजूद, अधिनियम की धारा 5 यह सुनिश्चित करती है कि आयशा का मह्र (दहेज) का दावा करने का अधिकार सुरक्षित रहता है, जो उसके पति द्वारा उसके विवाह के समय उसे दिया गया धन या अन्य संपत्ति है। तलाक के अंतिम रूप से होने के बाद भी, आयशा कानूनी रूप से सहमत मह्र की मांग कर सकती है, क्योंकि यह अधिकार अधिनियम की प्रावधानों से प्रभावित नहीं होता।