Section 148 of BSA : धारा 148: पूर्व लिखित बयानों के संबंध में जिरह।
The Bharatiya Sakshya Adhiniyam 2023
Summary
गवाह को उसके पूर्व लिखित बयानों के बारे में जिरह की जा सकती है जो मामले से संबंधित हैं, बिना उन बयानों को दिखाए या साबित किए। लेकिन अगर उन बयानों का उपयोग गवाह के वर्तमान बयान का विरोधाभास करने के लिए किया जाना है, तो पहले गवाह को उन भागों के बारे में बताया जाना चाहिए जिनका उपयोग विरोधाभास के लिए किया जाएगा।
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Explanation using Example
उदाहरण 1:
परिदृश्य: एक कार दुर्घटना का मामला जहाँ गवाह, श्री शर्मा, ने दुर्घटना के तुरंत बाद पुलिस को एक लिखित बयान दिया, जिसमें कहा गया था कि जब प्रतिवादी की कार चौराहे को पार कर रही थी तब ट्रैफिक लाइट लाल थी।
अदालत की स्थिति: मुकदमे के दौरान, श्री शर्मा को गवाह के रूप में बुलाया जाता है और वह शपथ के तहत कहते हैं कि जब प्रतिवादी की कार चौराहे को पार कर रही थी तब ट्रैफिक लाइट हरी थी।
जिरह:
- वकील: "श्री शर्मा, क्या आपने दुर्घटना के दिन पुलिस को एक लिखित बयान दिया था?"
- श्री शर्मा: "हाँ, मैंने दिया था।"
- वकील: "क्या आपने अपने लिखित बयान में दुर्घटना के समय ट्रैफिक लाइट के रंग का उल्लेख किया था?"
- श्री शर्मा: "मुझे ठीक से याद नहीं है।"
- वकील: "क्या यह सच है कि आपने अपने लिखित बयान में कहा था कि ट्रैफिक लाइट लाल थी?"
- श्री शर्मा: "मुझे याद नहीं है।"
- वकील: "मैं आपके बयान का एक हिस्सा आपको पढ़कर सुनाऊँ: 'जब कार चौराहे को पार कर रही थी तब ट्रैफिक लाइट लाल थी।' क्या इससे आपकी याददाश्त ताज़ा होती है?"
- श्री शर्मा: "हाँ, अब मुझे याद है।"
व्याख्या: वकील श्री शर्मा से उनके पूर्व लिखित बयान के बारे में जिरह करते हैं बिना उसे पहले दिखाए। जब श्री शर्मा की वर्तमान गवाही उनके पूर्व बयान से विरोधाभासी होती है, तो वकील उनके ध्यान में लिखित बयान के विशिष्ट भाग को लाते हैं ताकि विरोधाभास को उजागर किया जा सके।
उदाहरण 2:
परिदृश्य: एक चोरी का मामला जहाँ गवाह, सुश्री गुप्ता, ने पुलिस को एक बयान लिखा जिसमें उन्होंने देखा कि आरोपी, श्री खान, अपराध स्थल पर थे।
अदालत की स्थिति: मुकदमे के दौरान, सुश्री गुप्ता गवाही देती हैं कि उन्होंने श्री खान को अपराध स्थल पर नहीं देखा।
जिरह:
- वकील: "सुश्री गुप्ता, क्या आपने चोरी के संबंध में पुलिस को एक लिखित बयान दिया था?"
- सुश्री गुप्ता: "हाँ, मैंने दिया था।"
- वकील: "क्या आपने अपने लिखित बयान में श्री खान को अपराध स्थल पर देखने का उल्लेख किया था?"
- सुश्री गुप्ता: "मुझे याद नहीं है।"
- वकील: "क्या यह सच है कि आपने लिखा था कि आपने श्री खान को अपराध के समय दुकान के पास देखा?"
- सुश्री गुप्ता: "मुझे याद नहीं है।"
- वकील: "मैं आपके बयान का एक हिस्सा आपको पढ़कर सुनाऊँ: 'मैंने श्री खान को चोरी के समय दुकान के पास देखा।' क्या इससे आपकी याददाश्त ताज़ा होती है?"
- सुश्री गुप्ता: "हाँ, अब मुझे याद है।"
व्याख्या: वकील सुश्री गुप्ता से उनके पूर्व लिखित बयान के बारे में जिरह करते हैं बिना उसे पहले दिखाए। जब उनकी वर्तमान गवाही उनके पूर्व बयान से विरोधाभासी होती है, तो वकील उनके ध्यान में लिखित बयान के विशिष्ट भाग को लाते हैं ताकि विरोधाभास को उजागर किया जा सके।